चाय का चस्का या चुस्की

हाथ में गरम चाय की प्याली चाय का चस्का या चाय की चुस्की

चाय यानी कि लाखो दिलों की धड़कन या कहा जाए तो लाखों लोगों का एक ही नशा। चाय का नाम सुनते ही अच्छे अच्छे लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। चाय एक ऐसा चस्का है जो एक बार मुंह लग जाए तो इसे भुला नहीं जाए।

चलिए आज हम चाय की चर्चा करते हुए बताते हैं कि चाय हमारी दुनिया मे क्या महत्व रखती हैं:

हमारे दिन की शुरुआत अक्सर चाय के साथ में ही होती हैं अर्थात् दुनिया में लाखों लोगों की बात कहे तो या दुनिया में लगभग 95% लोगों की दिन की शुरुआत चाय के साथ ही होती हैं। सुबह की चाय (मॉर्निंग - टी) हमारे अंदर की सुस्ती उड़ाकर ताजगी ला देती हैं। हमारे देश में चाय के शौकीन लोगों की कमी नहीं है |

माना जाता है कि चाय के शौकीन लोगों की चाय के बिना नींद ही नहीं खुलती है और तो और कई लोगों का तो पूरा दिन ही चाय की चुस्कियों के साथ ही निकलता है। भारत में हर मौसम के साथ चाय प्रेमियों (टी - लवर्स)के द्वारा चाय के अलग ही चस्के लिए जाते हैं । जैसे कि दोस्तों के साथ कैंटीन में चाय,सर्दियों में अदरक वाली चाय,बारिश में पकोड़े के साथ वाली चाय,प्रेमी के साथ टफरी वाली चाय,रिश्तेदारों के साथ प्याली वाली चाय,मेहमानों के साथ एक कप चाय,चाय के शौकीन लोग बिना चाय के नही रह सकते हैं अर्थात कई लोगों तो पूरे दिन भर में अनगिनत चाय पी लिया करते हैं।

चाय हमारे बड़े बुजुर्गों के जमाने से पीते आ रहे हैं इसीलिए बुजुर्गों ने एक कहावत यह भी कही थी कि "बड़ों की राय जिंदगी के लिए और सुबह की चाय दिन के लिए अच्छी होती हैं इसे लेते रहना चाहिए।"

उसी तरह से शाम की चाय भी हमारी जिंदगी में कुछ खास मायने रखती हैं कहा जाता है कि शाम की चाय एक प्याली हमारे पूरे दिन भर की थकान को मिटाने के लिए काफी होती है।

चाय के बिना तो दिन की शुरुवात ही अधुरी मानी जाती है | किसी बीमार व्यक्ति को चाय के साथ २ बिस्किट दे दिया जाये तो क्या कहना |

चाय के दीवाने तो कही देखे होंगे , लेकिन कुछ खास चाय के दीवाने इस प्रकार है |

" ए भाई , चाय पिला दे यार | "

" अगर तुम चाय नहीं बनाओगी में तुमसे बात नहीं करूँगा | "

" अगर तुम्हे चाय और मुझमे से कोई एक सेलेक्ट करना है तो ..... में चाय को सेलेक्ट करूँगा |"

" चाय बिना चैन कहा रे , सोना नहीं , चाँदी नहीं और कुछ नहीं बस हमें चाय चाहिए | "

" आ हा , चाय मिल गई भगवन मिल गए | "

"लो दो घूंट चाय के पिलो कुछ नहीं होता चाय पिने से "

" अगर कोई गहरी नींद से उठा कर भी चाय पिलाए तो में मना नहीं करूँगा "

" 4 दोस्त कभी बिना चाय पिए घर नहीं लौटते | “

" दोस्तों की महफ़िल और चाय की प्याली क्या बात कह दी | “

" चाय तो एक बहाना है तुमसे मिलने का .......... "

- " लो , चाय तो पीते जाओ , भूखे पेट घर से नहीं निकलते | "

- " चाय के बहाने बात हो जाती है , चाय थोड़ा लेट बनाते है ताकि इसी बहाने और बात हो जाये | "

कोई चाय वाले प्रधानमंत्री बन जाते है | ज़िंदगी में आदत किसी और की हो ना हो , एक चाय की तो ज़रूर बनती है | किसी के लिए चाय अमृततुल्य बन जाती है , तो कोई चाय के लिए मर - मिट भी जाता है | कुल्हड़ की मिठास चाय के साथ ही होती है |

चाय से एक्टिवनेस आती हैं | या यु कहे की चाय तो एनर्जी ड्रिंक है | बस एक बार पी ली तो फुल चार्ज हो जाते है | चाय तो कनेक्टिविटी को बढ़ा दिया करती है | चाय का नशा लोगो की आँखों में दिख जाता है |

चाय को पार्ट ऑफ़ लाइफ कहना भी गलत नहीं होगा | आप किसी भी व्यक्ति की चाय को जबरदस्ती बंद नही करा सकते है ,जब तक कि उसका मन नही हो | चाय तो मीठा जहर होता है | धीरे -धीरे चाय की आदत हो जाती है | ज़िन्दगी से अगर चाय निकाल दी जाये तो बाकि सिरदर्द ही बचता है | चाय नहीं पिलाने पर लोग नाराज हो जाते है |

ऐसा कहा जाता है कि गाँवों में मीठा कम खाया जाता है , शायद यही वजह हैं कि गाँव में चाय को ज्यादा पिया जाता है | शायद एक कारण यह भी हो सकता है कि गांव में गाय - भैसे ज्यादा होती है | शहरो में भी चाय के नसेड़ी कम तो नहीं |

मजबूत रिश्ते और कड़क चाय धीरे धीरे ही बनते है | कभी मन नहीं लग रहा हो तो चाय पी कर देखिये आपका मन खुश हो जाएगा और आपको बहुत मजा आएगा | चाय अमीरी गरीबी नहीं देखती है , सबको एक सा ही सुकून देती है |

किसी सरकारी टीचर के लिए सुबह 7:00 बजे वाली चाय हो या किसी प्राइवेट ऑफिस की 11 :00 बजेवाली चाय हो या घर की शाम की 4 :00 बजे वाली चाय हो | सबका अंदाज ही कुछ अलग होता है | चाय तो बस चाय है , क्या कहा जाये | जितना लिखू उतना कम है |

अगर कोई मेहमान घर आ जाये और चाय ना बनाने का मन हो तो सीधा पूछ लीजिये , चाय पियो तो बनाऊ |

चाय के लिए किसी को मना करते नहीं देखा , हा थोड़ी फीकी लेनी है , यह ज़रूर कहते हुए सुना है | चाय का शौक इंसान को बुढ़ापे में भी जवान बनाए रखता है |

वक्त चाहे कितना भी बदल जाये , पर चाय से मोहब्बत कभी नहीं बदलती |

चाय के बिना क्या क्या हो सकता है -

  • चाय के बिना उठा भी नहीं जाता |
  • चाय के बिना एक्सरसाइज भी नहीं होता है |
  • ऐसा लगता है जैसे दुनिया ख़त्म होने वाली है |
  • अगर चाय बंद कर दी जाये तो प्रधानमंत्री कोई नहीं बनेगा और भारत चाय के लिए दूसरे देश पर आक्रमण करेगा |

किन किन से चाय नहीं छूट सकती है?

  • - 90 दशक के लोग कभी भी चाय नहीं छोड़ सकते है |
  • - वर्किंग पीपल के साथ ठाले बैठे पीपल भी चाय नहीं छोड़ सकते है |

चाय पिने के बाद कुछ नहीं खाना चाहिए | इससे टेस्ट चेंज हो जाता है | और चाय का भी अपमान हो जाता है | और हा , एक बात और याद रखियेगा चाय के लिए मना करने पर आपके रिश्ते भी बिगड़ सकते है | तो फिर अपने रिश्ते बचाइए और भरपूर चाय पीजिये |

चाय ऑक्सीजन की तरह होती है | हमेशा अपने आस - पास मिल जाएगी |

एक प्रसिद्ध कहावत है यदि आप ठंडे है, तो चाय आपको गर्म करेगी , यदि आप बहुत गर्म है , तो यह आपको ठंडा करेगी , यदि आप उदास है , तो यह आपको खुश करेगी |

हर चीज़ अपने वक़्त पर अच्छी लगती है , मगर ये चाय तू हर वक़्त अच्छी लगती है |

असल ज़िन्दगी वही जीते हे जो चाय पीते है |

घुट - घुट के जीने से अच्छा है , दो घुट मार के जी लो |

शादी के फंक्शन हो या छोटा - बड़ा कोई प्रोग्राम , बस चाय के बिना मान लीजिये सब कुछ फीका ही है |

छोटे से छोटे प्रोग्राम में सिर्फ और सिर्फ चाय बनाने के लिए एक अलग से व्यक्ति को रखा जाता है | और रखे भी क्यों ना | सबको चाय पानी की तरह ही ज़रूरी है |

बारिश का मौसम और चाय - आज मौसम बड़ा बेईमान है , आज मौसम चाय पिने के लिए बेताब है , आज मौसम | बारिश का खूबसूरत नजारा हो और हाथ में चाय का प्याला हो | बस हम तो जी लिए यहाँ पर |||| बारिश का मौसम , सिर्फ चाय और हम || बारिश की पहली बूँद बहुत कुछ कह जाती है , किसी की याद दिला जाती है | और वो मिटटी की खुशबू ..... और चाय , बस मजा आ जाये |||| साथ में हो गरमा- गरम पकोड़े |||

चाय और किताबे - चाय के बिना जीना और जागना मुश्किल है , यह बात स्टूडेंट्स से बेहतर कोन जाान सकता है | थर्मस में चाय अक्सर गर्म रहा करती है टेबल पर | चाय और किताब में कहे तो, दोनों में अच्छा रिलेशन है | जैसे कहे की बिना पेड़ के पतियों को अस्तित्व नहीं वैसे बिना चाय के किताबे पढ़ना नामुमकिन सा लगता है | चाय का नशा , किताबो के नशे से ज्यादा भारी होता है |

सर्दी में अदरक वाली चाय- सर्दी वाली चाय और ऊपर से अदरक , यह कह लीजिये दो जिस्म एक जान है हम |||| अदरक वाली चाय सुनकर मुँह में पानी आने लगता है | कड़ाके की सर्दी हो और गिलास में चाय हो | बस फिर कहना ही क्या |

गर्मियों में पानी वाली चाय - गर्मियों में लोग पानी वाली चाय के आदी होते है | किसी व्यक्ति विशेष के घर जाने पर पता चला पानी में चाय मिला कर पिने से लू नहीं लगती है | शरीर ठंडा रहता है | और लूज़ मोशन भी नहीं होता |

गजब की गर्मी है ...... दिल फिर भी बेक़रार है | दो कप चाय पी कर भी तीसरे कप का इंतज़ार है |

लोगो को भरी दोपहरी में भी चाय का कीड़ा बनते देखा है | चाय पिने के लिए मेहमान (किसी के लिए हम भी हो सकते है | ) घंटो रुक जाया करते है | कुल्हड़ वाली चाय बहुत टेस्टी होती है | सर्दी हो या गर्मी चाय लगे यमी |

थड़ी वाली चाय और दोस्ती - चार दोस्त कभी मिल जाये तो वो बिना चाय पिए घर नहीं लौटते है | दोस्तों के साथ चाय की शेयरिंग हो जाती है | दोस्त बुरे भी चलेंगे , लेकिन दोस्ती चाय की तरह कड़क होनी चाहिए | चाय की टेबल पर सबके सीक्रेट खुलते है , क्युकी हर कोई बोलता है चल ना चाय पीते - पीते बात करते है |


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